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क्रिकेट जगत को अलविदा कह गया वरुण आरोन, जानिए उनके करियर की खास बातें और उपलब्धियां

तेज गेंदबाज वरुण आरोन ने शुक्रवार को खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने संन्यास की पुष्टि की। वरुण आरोन अपनी तूफानी गेंदबाजी के लिए काफी मशहूर हुए थे, हालांकि वह इंटरनेशनल लेवल पर अपनी चमक बरकरार नहीं रख सके और भारत के लिए 18 मैच ही खेल पाये। वरुण ने 2010-11 में विजय हजारे ट्रॉफी के दौरान सुर्खियां बटोरी थी। इस दौरान उन्होंने 153 किमी/घंटा की स्पीड से गेंदबाजी की थी।

तेज गेंदबाज वरुण आरोन का करियर चोट के कारण ज्यादा बढ़ नहीं सका। उन्होंने भारत के लिए अक्टूबर 2011 में डेब्यू किया था। डेब्यू मैच में उन्होंने तीन विकेट चटकाए थे। उनका पहला इंटरनेशनल विकेट स्कॉट बोर्थविक थे। वरुण आरोन ने भारत के लिए खेलते हुए 18 मैचों में 29 विकेट चटकाए थे। हालांकि आरोन नियमित रूप से झारखंड के लिए घरेलू क्रिकेट खेल रहे थे।

वरुण आरोन ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, ”पिछले 20 साल से, मैंने तेज गेंदबाजी के रोमांच को जीया है। बहुत आभार के साथ आज मैं आधिकारिक तौर पर क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा करता हूं। यह सफर ईश्वर, मेरे परिवार, दोस्तों, टीम के साथियों, कोचों, सहयोगी स्टाफ और प्रशंसकों के बिना संभव नहीं होती। मुझे अपने करियर के दौरान कई खतरनाक इंजरी से बार-बार वापसी करनी पड़ी और यह केवल राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के फिजियो, प्रशिक्षकों और कोचों के अथक समर्पण के कारण ही संभव हो सका।”

आरोन ने 52 आईपीएल मैचों में 33.66 की औसत से 44 विकेट लिए हैं। तेज गेंदबाज को खेल के सबसे छोटे प्रारूप में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका नहीं मिला।

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